Friday, October 30, 2020

शरद पूर्णिमा विशेष

 नेह लुटाती चाँदनी, कर सोलह श्रृंगार..

धवल चारु चन्द्र किरणें, अमृत बरसा रहे आज !!

प्रेम को पूर्ण करती सुखभरी है आज की रात !!

शीतल, उज्जवल रश्मियाँ, मंत्रमुग्ध कर रही महारास

 

- प्रत्यूष गौतम

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